आई कविता मराठी - उत्तर इस कविता का केन्द्रिय भाव छुआछूत है। यह मानवता के नाम पर कलंक है। जन्म के आधार पर किसी को अछूत मानना एक अपराध है। आई कविता मराठी : Borrowed from sanskrit कविता (kavita).